SSC CGL 2019-20 Tier 1 Syllabus, Exam Pattern and Preparation Tips

https://youtu.be/_CitU5EoudY

Day 17 ~ ॐ नमः शिवाय। 🙏 रिजल्ट जल्दी आ जाए। 🙏

राष्ट्रपति चुनाव में EVM का प्रयोग इसलिये नहीं किया गया कहीं राष्ट्रपति भी मोदी जी ही ना बन जायें।
ArvindKejriwal

On my way to Lodhi Road. Today all the documents regarding final results of CGL 2016 have to be signed by me. This will be the ultimate call of declaring the results. Anyone who has any query regarding results can call at SSC hq after 11.00 am. The calls wil be answered by my subordinates Mr. Gopal Das and Mr. R.G Khare.

Result will be uploaded tomorrow at 8.00 pm.

Vcancies are more than 10500.

Yours

Ashim Khurana IAS. 

Sukha pada hua hai...😵

My marks are 425 t1+t2 general cat t3 was average and typing test is clear.Can i get TA? General category

  • No
  • yes

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If you are allotted your 1st Preference in SSC but u came to know that you will have to remain 'bald' whole your life.


What will u do?

  • Still choose 1st preference .
  • Will Choose 2nd preference.

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Best terst series for Tier 1?

Guys from where can i download admit card, i can only check status!

Which would be your choice?

  • A job in Google
  • Govt. Job through SSC

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Special Tip to all (especially for this platform):



When u r arguing with a fool


Make sure he isn't doing the same thing.

Today is Nag Panchami.

An auspicious day for Nitish Kumar to take oath.

65,35,40,90,380,?

You are a chain snatcher. Which would be your favourite venue to snatch chains?

  • Temples
  • Weddings

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have anyone called ssc-er to enquire about the issuance of admit cards?

from today nitish kumar is

  • maukaparast
  • communal
  • secular

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Whose security is least important

  • A sweeper
  • Modi
  • An isro scientist
  • A school teacher

0 voters

Ek Aspirant ki Kahani !! मैं ही वो हूँ जो रिजल्ट के इन्तजार के बावजूद फिर से उसी काम में जुट जाता हूँ , न प्री देखता हूँ ,न मेंस । मैं जो अपने घर के मोड़ तक नहीं जाता ,उसे हड़प्पा से लेकर नील नदी की घाटी घुमाते हो । मुझे आलू टमाटर छांटने की तमीज़ नहीं ,और इनमे कौन सी बिमारी लगती है ,ये याद करवाते हो । जिसने पुलिस को देखकर रास्ता बदल लिया हो ,उसको राष्ट्रपति के निर्वाचन से लेकर मूल अधिकार रटवाते हो । जी हाँ पहचाना मुझे ,मैं हूँ एक स्टुपिड प्रजाति जो अक्सर छोटे शहरों जैसे इलाहाबाद ,लखनऊ आदि में अक्सर परजीवी के रूप में पाया जाता है । अनेक अनेकार्थी शब्दों को जानने के बावजूद इसके लिए कोई एक कॉमन नाम नहीं । हाँ पर्यायवाची बहुत हो सकते हैं -अभ्यर्थी,प्रति योगी ,aspirant, छात्र ,परीक्षार्थी ,कैंडिडेट वगैरह वगैरह कहीं कहीं तो लोकल नाम भी प्रचलित है। मैं कैसे भी सो सकता हूँ जैसे चलती ट्रेन में ,बस में ,किसी भी सेंटर में कैसी भी सड़ी जगह हो वहां मैं सोने का ठिकाना ढूंढ ही लेता हूँ । मुझ पर किसी भी मौसम का कोई प्रभाव नहीं पड़ता ,क्योंकि मैं इतना बड़ा underdog (नीचकुत्ता मेरे द्वारा अनुवादित है ) हूँ कि कहीं भी कुछ भी खा सकता हूँ । झाँसी हो ,कानपूर हो ,या गोरखपुर रोड किनारे हो ,या नाले के किनारे मैं अपना मजमा जमा ही लेता हूँ । ये मत समझना कि मैं इतवारों में सिनेमा देखता हूँ ,या महिला मित्रों के साथ पिकनिक मनाता हूँ ,ये सब तुम्हारे चोंचले हैं । हमें तो सातो दिन एक समान । ये मत समझना हम तारीखों में कच्चे हैं । हमें याद रहते हैं -नोटिफिकेशन की डेट ,फॉर्म भरने की लास्ट डेट ,प्री की ,मेंस की ,इंटरव्यू की ,u.p.,m.p.,राजस्थान ,उत्तराखंड ,,,,आदि आदि । और सबसे बड़ी बात हम क्या खोते हैं ,या खोने की कगार पर रहते हैं ,,, आत्मविश्वास ,हंसी ,खुलकर बोल सकना । हमारे दोस्त धीरे धीरे छूटते जाते हैं । या तो हम उनसे मिलना नहीं चाहते या वे हमे किनारे लगा देते हैं । हम जलन के बावजूद उदारता का स्वांग रचते हैं । अपने रिज़ल्ट से पहले दोस्त का रिज़ल्ट देखते हैं । पहले कटऑफ कितनी गयी होगी इसका आश्वस्त करके फिर पीडीएफ पर घबराते और कलेजा मुहँ में रखते हुए कभी सीधे लाइन से नहीं ,बल्कि जल्दी जल्दी में अपना नाम खोजते हैं । अगर रिज़ल्ट अनुकूल तो मिल गया मोक्ष ,मुक्ति । नहीं तो जाति ,सरकार ,व्यवस्था ,सीट ,पेपर ,आरक्षण से लेकर उस दोस्त की खोज में ,जिसके साथ ग़मों का लेनदेन किया जाय और,जिसका भी सेलेक्शन न हुआ हो । असफल लोगों की चक्कलस और बैठकों के आनंद व् रस के लिए देवता तरसते हैं । बड़े भाग से यह नसीब होता है । तुम क्या जानो ,.अवरुद्ध.....ब ाबू । लेकिन हारकर जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं ,,हम जीतते हैं उदास दिनों से ,अकेली रातों से ,अपने लिए दूसरों की आँखों में नकारापन समझे जाने के भाव से ,,भले ही वो ऐसा न समझता हो । जब सब हमारी हँसी उड़ाते प्रतीत होते हैं ,,तो हमी अपने अहम को छोटा करके खुद को जीवन की गति से संतुलित करते हैं । हम बुद्ध पढ़ते पढ़ते मध्यममार्गी बन जाते हैं । फिर से नया मेला लगता है ,फिर शहर शहर घूमते हैं कहीं अपने टिकाने वाले अंग से छोटी कुर्सी पर बैठकर ,कहीँ खुद का सेंटर खोजते ,दूसरों को सेंटर बताते । और कभी लौटते हुए टेम्पो न मिलने पर डाला में लदकर आते हुए । नए अपरिचित मिलते हैं ,फिर बिछड़ते हैं । किन्तु हर बार हमारी प्रजाति के बीच खासकर उस दिन ,इतवार के दिन मानवता का अपरिचित सौंदर्य दिखता हैं । हम साक्षी बनते हैं उस समानता के जो किताबों में ही दिखाई देती है । बाकी तो जो है सब मोह माया है ......

ER ADMIT STATUS FOR CGL 17 :- just called ER office. they told they'll give the admits by 1st August.

Nhiiiiiiiiiiii yeeeeeeee niiiiii ho sktaaaaaa