RRB JE Recruitment 2019 – CBT 2 Results, Revised Answer Key & Cut off

भनचोड सीबीटी1 दिया सीबीटी 2 अब आरआरबी हमारे धैर्य का परीक्षा ले रहा है लौड़ा भी लेले

 

भारत में इस बात को लेकर एक प्रतियोगिता होनी चाहिए कि किस राज्य में सरकारी नौकरियों का सिस्टम बिल्कुल काम नहीं करता है। आज नई दिल्ली में सिविक सेंटर के बाहर सैंकड़ों शिक्षक दिन भर धरना देते रहें। उनकी आज से ज्वाइनिंग होनी थी। लेकिन केंद्रीय प्रशासनिक पंचाट के आदेश के बाद नियुक्ति पर रोक लग गई। 14 अक्तूबर तक सभी तैयारी में लगे रहे कि ज्वाइनिंग होनी है। पर रोक लग गई। 2016 में इस परीक्षा का फार्म निकला था। 2017 में परीक्षा हुई मगर पर्चा लीक हो गया। परीक्षा रद्द हो गई। फिर अक्तूबर 2018 में फार्म निकला। चार चरणों की परीक्षा हुई। फरवरी 2019 में रिज़ल्ट आ गया। फरवरी के बाद अक्तूबर 2019 आ गया। और अब ज्वाइनिंग रूक गई। सोचिए, 2016 से ये चार हज़ार पद ख़ाली होंगे। एमसीडी के प्राथमिक स्कूलों के बच्चों का क्या हाल हुआ होगा। पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 2000, दक्षिण दिल्ली नगर निगम में 989 और उत्तरी दिल्ली में 1200 पद ख़ाली थे।


कोर्ट जाने वाले छात्रों का कहना है कि नार्मलाइजेशन की प्रक्रिया ठीक नहीं थी। इससे योग्य छात्रों को नुकसान उठाना पड़ रहा था। इस विवाद से भारत की हर परीक्षा पीड़ित है। अगर यही होता रहा तो किसी भी भर्ती की परीक्षा प्रक्रिया पूरी ही नहीं होगी। कोई तो विश्वसनीय और पारदर्शी तराकी निकालना ही होगा जिस पर सभी का भरोसा बना रहे।


दक्षिण दिल्ली नगर निगम की शिक्षा समिति की अध्यक्ष नंदिनी शर्मा ने कहा है कि यह बहुत चौंकाने वाला है कि ज्वाइनिंग से एक दिन पहले रोक लगा दी गई है। हम सिर्फ लागू करने वाली एजेंसी है। इसकी जवाबदेही दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड की है। लोग पुरानी नौकरी छोड़ कर आए थे। अब वे कहां जाएंगे। इनकी नियुक्ति होती तो शिक्षक और छात्रों का अनुपात बेहतर होता है।

After how many days of result out DV will come?

From Ravish Kumar

 की फर्क पैंदा जी, सब चंगा सी। पूछिए गुजरात के 10.50 लाख परीक्षार्थियों और दिल्ली में 4000 शिक्षकों से

गुजरात में 18 महीने से साढ़े दस लाख विद्यार्थी 3,738 पदों की परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे थे। 20 अक्तूबर को परीक्षा होनी थी लेकिन 12 अक्तूबर को ख़बर आती है कि परीक्षा रद्द हो गई है। गुजरात सबोर्डिनेट सर्विसेज़ सलेक्शन बोर्ड परीक्षा का आयोजक है। इस परीक्षा का विज्ञापन 12 नवंबर 2018 को आया था। इस संबंध लोकसभा चुनावों से पहले नौजवानों को बरगला कर रखने से है या नहीं, ये गुजरात के विद्वान नौजवान तय करेंगे।

12 अक्तूबर को GSSSB की वेबसाइट पर सूचना आती है कि परीक्षा रद्द कर दी गई है। क्योंकि सरकार ने 2014 के नियम में बदलाव कर दिया है जिसका नोटिफिकेशन 30 सितंबर को जारी हुआ है। इस कारण नई परीक्षा रद्द की जाती है। सरकार अपने फ़ैसले को पीछे से लागू कर रही है। जो फार्म भरे जा चुक हैं, उसे क्यों प्रभावित होना था। अदालतों के कई आदेश हैं कि बीच में परीक्षा के नियम नहीं बदले जा सकते हैं।

बहरहाल, परीक्षा रद्द कर दी गई। इस परीक्षा में 65-70 प्रतिशत बारहवीं पास के नौजवान थे। उन्हें बाहर कर दिया गया। कहा गया कि वे अब इस परीक्षा में शामिल नहीं हो सकते। सिर्फ स्नातक के छात्र शामिल हो सकते हैं। तो साढ़े दस लाख का सत्तर प्रतिशत कितना हुआ?

जब भी बहाली आती है, कोचिंग उद्योग की चांदी हो जाती है। इस परीक्षा
की तैयारी में दस लाख छात्रों से कोचिंग ने कितने करोड़ कमाए होंगे, आप सोच नहीं सकते। एक छात्र ने बताया कि साल की फीस 50,000 दी। गांव से शहर में आकर रहने का किराया 3000 महीने का दिया और 2000 रुपया खर्च हुआ खाने पीने पर। किताब कापी पर भी 1000-2000 खर्च हो गए। अब इन सभी को परीक्षा से बाहर कर दिया गया कि बारहवीं पास वाले शामिल नहीं हो सकते। अगली परीक्षा कब होगी, नहीं बताया।

क्या 8 दिन पहले परीक्षा का नियम बदला जा सकता है?

अदालतों के कई आदेश हैं कि बीच में परीक्षा के नियम नहीं बदले जा सकते हैं। लेकिन जब नौजवान बौद्धिक और राजनीतिक रूप से अपनी चेतना नष्ट कर चुका हो तो उसके साथ कुछ भी किया जा सकता है। सभी राज्यों की सभी सरकारों ने ऐसा करके दिखा दिया है। तभी मैं कहता हूं कि भारत के नौजवानों से संवैधानिक और लोकतांत्रिक राजनीति की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। इनकी राजनीतिक समझ झुंड बनने की योग्यता तक ही सीमित है। हिन्दू मुस्लिम के नेशनल सिलेबस ने इन्हें ग़ुलाम सा बना दिया है। अब तो इसमें कश्मीर पर बोला गया झूठ भी शामिल हो गया है। पता कुछ नहीं है लेकिन कश्मीर पर सब हां-हां करते मिलेंगे। शायद झूठ का प्रयोग पूरी तरह सफल हो गया है तभी तो हरियाणा और महाराष्ट्र जहां सूखा, आत्महत्या और बेरोज़गारी पर बात होनी चाहिए वहां धारा 370 और एन आर सी के झूठ पर युवाओं में जोश भरा जा रहा है।

यह बात मैं बार-बार भारत के युवाओं से कहता हूं। उनके अंदर मुसलमानों के प्रति नफ़रत की परत जम गई है। जब तक वे इस झूठ और प्रोपेगैंडा से दबे रहेंगे उनकी मुक्ति नहीं होगी। वे अपने आस-पास खराब कालेज से लेकर नौकरी की हालत देख सकते हैं। यह स्थिति किसी भी सरकार या राजनीतिक दल की हालत ख़राब करने के लिए काफी है मगर सब निश्चिंत हैं। उन्हें यकीन है भारत का युवा मुसलमानों से नफ़रत के बोतल में बंद हो चुका है। अब वो कभी नहीं निकल पाएगा। नफ़रत उसकी पहली अभिव्यक्ति हो गई है। आप भागते रहिए इस सच को स्वीकार करने से। आपकी मर्ज़ी। मैं जानता हूं कि आप क्यों भाग रहे हैं। मुझे गाली देकर आप इस झूठ का कब तक सुख लूटते रहेंगे?

पिछले साल 2 दिसंबर को पुलिस भर्ती की परीक्षा होनी थी। 8.75 लाख से अधिक परीक्षार्थी 2440 केंद्रों पर पहुंच गए थे लेकिन कुछ घंटे यह कह कर स्थगित कर दी गई कि पर्चा लीक हो गया है। बाद में यह परीक्षा हुई लेकिन अभी तक इसके नतीजे घोषित नहीं हुए हैं। यह गुजरात मॉडल भी बोगस है। दूसरे राज्यों में जहां गुजरात मॉडल नहीं है, वहां भी 4000 पदों के लिए दस लाख परीक्षा देने जाते हैं। तो अंतर क्या रह गया।

अच्छी बात है कि परीक्षा रद्द होने पर गुजरात के नौजवानों ने बोर्ड के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया है। लेकिन उन्हें इन्हीं प्रदर्शनों के दौरान अपनी लोकतांत्रिक और राजनीतिक चेतना का विस्तार करना होगा। बग़ैर वे झूठ और नफ़रत से मुक्त हुए अपने प्रदर्शनों से कुछ हासिल नहीं कर पाएंगे। लाचार होकर हिंसा करेंगे और ये ग़लती कर दी तो सरकार के लिए कुचलना और आसान हो जाएगा।

दिल्ली में 15 अक्तूबर तक 4000 शिक्षकों को ज्वाइन करना था। दिल्ली सबोर्डिनेट सर्विसेज़ सलेक्शन बोर्ड ने इनका बायोडेटा तैयार कर अलग-अलग निगमों को भेज दिया था। निगमों की तरफ पत्र जारी कर दिए गए कि शिक्षक अपनी हामी भरें। एक दिन पहले यानि 14 अक्तूबर को केंद्रीय प्रशासनिक पंचाट इन नियुक्तियों पर रोक लगा देता है। उन छात्रों का होगा जो बगैर शिक्षक के पढ़ने के लिए मजबूर हैं ?

पंजाब में 23 साल से कालेजों में नियमित नियुक्ति नहीं हुई है। या तो ठेके पर पढ़ा रहे हैं, कम पैसे पर या क्लास में टीचर नहीं है। वहां पहले अकाली बीजेपी सरकार थी। उसके पहले कांग्रेस सरकार थी और अब कांग्रेस सरकार है।

अब भी अगर आपको यह सब खेल समझ नहीं आता है तो ईश्वर मालिक है। जितनी जल्दी हो सके खुद को कश्मीर पर बोले जा रहे झूठ से मुक्त कर लें और अपनी अंतरात्मा से हिन्दू मुस्लिम का नेशनल सिलेबस उतार कर फेंक दें।

Saale sab maze le rahe hai SBI FCI RRB

Results se pahle last review about cutoff.. For ur... ee /me /ece.... After normalisation.....

  • 110 +
  • 80+
  • 85+
  • 90+
  • 95+
  • 100+
  • 105+

0 voters

Rrb wale aj krwa chauth Mana rhe h madhrchd rat bhr chodne ke bad kl Kuch sochenge ki result kb Dena h

Itna wait KR RHA hu result ka nhi hua to Meri Puri jindgi daaw pe lg jayegi

Sabra ka intehaa mt le rrb madhrchd Teri maa ka bhosda randwa madhrjaat de result jldi burchodi wala

79.19798 civil obc allahabad 29 2nd any chance plz comment jankar log

आज कल मजा करना हो तो बस भक्त लिख के निकल लो, कुछ लोगो का बावासीर ताजा हो जाता है

Tum log sach me mohalle ki bhabhi ko liye ho ya sirf hawabaazi hi hai 😂😂

Mera ajkal roz ka routine: Get up. Pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube-pagalguy-telegram group-youtube. Sleep. Repeat. Rrb ke results ke tension ke chakkar me productivity negative me ja chuke hai bc

Mere naam dekhkar pahla vichaar kiya ata hai

  • Berojgar
  • Terrorist
  • Pakistani
  • Deshdroh
  • Modi virodhi
  • Common indian
  • Dost
  • Mullah

0 voters

Mera caste certificate sub divisional officer se lia hua hai kya woh valid hai ?? Ya no format dia hua hai usko printout nikalke bharna padega?? Aur bharne ke baad kisse stamp ya sign lena padega kuch idea hai toh batao bhailog

Civil ur bhubaneswar zone,85 marks,only 41ur seats,kya chance he bhaiyo?in or out?

28 1st shift

Civil walo jitna marks utna percentage selection k chance hai

Bhai mere pas ek topic hai,jo apki dimag ka bhosda kar sakta hai....Janna hai to follow my next post..Ispe discuss karte karte apki ek hafta aramse nikal jayegi

https://youtu.be/360Tq6U_Ris

Yeh malda ka vacancy details hai...Cut off ka image load nehi hua...Woh aplog check kar lena.ab dekho,post 17 and post 44 mein ek jaise hi vacancies hai(UR mein 1,obc mein 1)..dono mein ME/EE/ECE wale eligible hai..Lekin 17 no ka cut off 74.7 hai,Aur 44 no ka cut off usse kam hai...Mera question yeh hai ki ,17 no post pe agar 15 log hai toh 44 mein bhi wohi 15 log hai hai UR cat k liye,phir cut off alag kaise?Question 2)agar koyi bolega ki 17 no post pe jo eligible hai,44 no post pe uske sath extra 15 log joda gaya hai toh rrb kis branch ko 1st prefer kar rahi hai?Kahin yeh to nehin 2015 mein jaise mech ka seat 50% sirf mech walo k liye reserved hita tha woh ish bar bhi hai.mech walo ki marks cbt1 mein jyada aye hai aur 17 no post sirf mech k liye reserved hai isiliye us post ka cut off thoda high hai.