हादसा बन के कोई ख्वाब बिखर जाये तो क्या हो ,
वक़्त जस्बात को तब्दील नहीं कर सकता ,
दूर हो जाने से एहसास नहीं मर सकता ...
ये मोहब्बत है दिलों का रिश्ता ... ये मोहब्बत है दिलों का रिश्ता
ऐसा रिश्ता जो सरहदों में कभी तब्दील नहीं हो सकता ..
तू किसी और की रातों का हसीं चाँद सही ,
मेरे हर रंग में शामिल तू है ..
तुझसे रोशन हैं मेरे ख्वाब मेरी उम्मीदें ,
तू किसी भी राह से गुज़ारे ,
मेरी मंजिल तू है ...
Some words aren’t misspoken.
But are deliberately misunderstood,
till as long as
their warm veil of delusion
tears apart and
the bitter, cold winds
do the inevitable.
One of my friends is in IIM Delhi and he is doing research for his start-up. This survey is very important for him and may make or break his career. This will only take a minute. Please help him by taking this survey.
Which is your favourite Indian Sweet/Dessert?
- Chandrakala/Laung Latika
- Rasgulla/Sponge
- Kala jamun/Gulab Jamun
- Kalakand
- Balushahi
- Rasmalai/Rasmadhuri
- Barfi/Kaju Katli
- Sandesh and other Bengali chauvinistic sweets
- Belgrami
- Laddus
- Any others(specify)
- “Mai Mithai nahi khati, Namkeen jitna khila do.”
0 voters
aadmi sochta kya hai, hota kya hai ,
kitne shikwe ,kitni shikayate,
saalo se jo sawaal dabaaye rakhe
sb pyaar ban k beh gaya
#firdaus us ek lafz ne hisaab kar diya mera
Wanna buy samsung galaxy fold.. Time to sell my friend's one kidney and one lung.
वक़्त के धुँधले आसमां में गरमाईसों का दौर है छू के निकले उसकी गली को अजीब फ़रमाईसो का दौर हैं वो कहाँ, मैं कहाँ, पथ बिखरे बेजुबां आजमाइशों का दौर हैं चलो, अब चल दे यहाँ से बेबुनियादी समझाईसो का दौर हैं अच्छा हुआ तुम उधर चल दिए इधर तो सिफ़ारिशों का दौर हैं मुआफ़ी, ये सब दिमाग का शोर हैं दिल मे तो सरफ़रोशी का दौर हैं इधर आवो तो आसमा भी ले आना जमीं पे मुफ़लिसीयो का दौर हैं थोड़ी बेबाकी हमको भी अता कर तुम्हारी ख़्वाईसो का दौर हैं अब ज्यादा क्या कहे 'सोम' दिलेबात दिल मे रखने का दौर हैं - सोमेन्द्र सिंह 'सोम'
एक जमीं तू
Kuch is tarah Mene zindagi ko aasan kar liya, Kisi se maafi maang li Kisi ko maaf kar diya......
कई वर्ष पहले एक आदमी था उसने एक लड़की को उठाया था और उनके साथ कुछ नहीं था । उस आदमी को लोग हर साल जलाते है और आगे भी जलाते रहेंगे । वो आदमी था रावण । और आजकल आदमी लड़की को उठा ले जाने के बाद ना जाने क्या क्या करता है उस व्यक्ति का कुछ नहीं होता क्योंकि ये कलयुग है और वो सतयुग था। वो सतयुग इससे अच्छा था।
"प्रलय होगी, सिन्धु उमड़ेंगे हृदय में,
चेत होगा, फिर नयी जब सृष्टि होगी!
मिल गये उस जन्म में संयोगवश यदि,
क्या मुझे पहचान लोगी?"
Kuchh panne yun hi khule rehne chahiye 😊😀
One last hope🤲🤞
यूँ तो बहुत से हैं रास्तें, मुझ तक पहुंचने के, राह-ए-मोहब्बत से आना, फासला कम पड़ेगा ❤️
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The feeling of completely not knowing a person while seemingly knowing everything, eats into intimacy that may have already blossomed.
जारी है-जारी है अभी लड़ाई जारी है। यह जो छापा तिलक लगाए और जनेऊंधारी है यह जो जात पांत पूजक है यह जो भ्रष्टाचारी है यह जो भूपति कहलाता है जिसकी साहूकारी है उसे मिटाने और बदलने की करनी तैयारी है। यह जो तिलक मांगता है, लडके की धौंस जमाता है कम दहेज पाकर लड़की का जीवन नरक बनाता है पैसे के बल पर यह जो अनमोल ब्याह रचाता है यह जो अन्यायी है सब कुछ ताकत से हथियाता है उसे मिटाने और बदलने की करनी तैयारी है। यह जो काला धन फैला है, यह जो चोरबाजारी हैं सत्ता पाँव चूमती जिसके यह जो सरमाएदारी है यह जो यम-सा नेता है, मतदाता की लाचारी है उसे मिटाने और बदलने की करनी तैयारी है। जारी है-जारी है अभी लड़ाई जारी है। -सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
I saw that Youtube was suggesting an unusually high number of Jagjit Singh songs. It's his Death Anniversary today.
Though you don't need an excuse to surrender to his oeuvre of near-meditative romance.
इक ज़रा हाथ बढ़ा दे तो,
पकड़ लें दामन
उसके सीने में समा जाए,
हमारी धड़कन
इतनी क़ुर्बत है तो फिर,
फासला इतना क्यूँ है?